राजशाही, हमेशा से ही, अटरेक्टिव रही है। आज, भी ज्यादातर लोग, वेकेशन पर, महलों और किलों को देखना प्रैफर करते हैं। लेकिन भारत का एक ऐसा राज्य है, जहां आज भी राजघराने हैं, जो पहले की तरह रॉयल लाइफ जीते हैं। इनके पास आलीशान महलों से लेकर रॉल्स रॉयस जैसी लग्जरी गाडि़यां हैं। यहां के लोगों का पहनावा, उनकी भाषा, उनकी मेहमानवाजी और वहां का डिलिशियस फूड, इस राज्य को खास बनाता है। आप भी शायद यकीन न कर पाएं, लेकिन इस रेगिस्तानी राज्य में, बड़े-बड़े पर्वत और जलाशय भी हैं। महाराणा प्रताप, हम्मीर देव चौहान, राणा कुम्भा और सम्राट पृथ्वीराज चौहान जैसे कई महान राजा, इसी राजपूताना धरती के वीर हैं। राजस्थान की अट्रेक्शन, जयपुर का आमेर किला, चित्तौरगढ़ किला, जैसलमेर किला, हवा महल और शीशमहल के अलावा, राजस्थानी लोगों की मेहमानवाजी काबिलेतारीफ है। इसके पकवान इतने डिलिशियस हैं, जो आपको दीवाना बना देंगे। अगर कभी राजस्थान जाएं, तो गट्टे का पुलाव, मिर्ची बड़ा और खासकर दाल बाटी चूरमा और घेवर, खाना मत भूलना, इनके बिना, राजस्थान की आपकी यात्रा, अधूरी रह जाएगी।
रॉयल राजस्थान, के लोग, कितने दोस्ताना और मिलनसार स्वभाव के होते हैं, इसकी एक झलक, आमिर खान की “पीके” फिल्म में हमने देख ही ली है। फिल्मों से याद आया, राजस्थान के झुंझुनू जिले के, मंडावा टाउन, में रहने वाले, लगभग सभी लोग एक्टर हैं। क्या हुआ, विश्वास नहीं हो रहा। वास्तव में, 'पहेली', 'जब वी मेट', और सलमान खान की 'बजरंगी भाईजान' जैसी कई फिल्में हैं, जिनकी शूटिंग इस टाउन में हुई है। इसलिए वहां के ज्यादातर लोग, फिल्मों में छोटे-छोटे रोल कर चुके हैं। यही टाउन नहीं, बल्कि अजमेर, जयपुर से लेकर उदयपुर तक, राजस्थान की हर जगह, फिल्म इंडस्ट्री की पहली पसंद बन गई है। और, सिर्फ फिल्मों के लिए नहीं, शादियों के लिए भी। सिद्धार्थ -कियारा, ईशा अंबानी और प्रियंका चोपड़ा-निक जोंस से लेकर विक्की कौशल-कैटरीना कैफ तक, कई फेमस जोडि़यों ने, शादी के लिए राजस्थान के शाही परिवेश को चुना है। राजस्थान की खासियत की वजह, इसकी जियोग्राफिकल लोकेशन भी है। क्योंकि इसके पश्चिम में आपको रेगिस्तान दिखेगा, बीच में अरावली पर्वत श्रृंखला, पूर्व में बड़े बड़े मैदान और दक्षिण पूर्व में पठार दिखेंगे।
राजस्थान की सबसे खूबसूरत चीजों में से एक, इसके इलाके हैं, क्योंकि ये कई रंगों के हैं। गुलाबी रंग की पिंक सिटी- जयपुर, जोधपुर नीला है, उदयपुर सफेद और झालावाड़- बैंगनी है। अपने अलग मिजाज़ और सेफ्टी पॉइंट ऑफ व्यू की वजह से, आज राजस्थान भारत ही नहीं, बल्कि विदेशियों के लिए भी पसंदीदा टूरिस्ट प्लेस बन चुका है। इसकी फोरमेशन की बात करें, तो आजादी से पहले राजस्थान का नाम- राजपूताना था। यह नाम, साल 1800 ईसा में जार्ज थॉमस ने, दिया था। आजादी के बाद, मार्च 1948 से राजस्थान की रियासतों को जोड़कर, एक राज्य बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई! राजस्थान को पूरी तरह बनने में, 8 साल से भी, ज्यादा समय लग गया। साल 1949 में 22 शाही रियासतों को इसमें मिलाया गया, जिसे ग्रेटर राजस्थान का नाम मिला। और इसी दिन की याद में, भारत आज राजस्थान दिवस मना रहा है। द रेवोल्यूशन -देशभक्त हिंदुस्तानी की ओर से आप सभी को, राजस्थान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।